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गाँधी जयन्ती 2023 : क्यो मनाई जाती है गांधी जयंती और क्या है इसके महत्व

हर साल 2 अक्टूबर को गांधी जयंती मनाई जाती है क्योंकि इस दिन महात्मा गांधी का जन्म हुआ था। जन्मदिन के उपलक्ष पर देश और विदेशों में गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है। इनको लोग प्यार से बापू भी बोलते हैं। गांधी को राष्ट्रपिता की भी उपलब्धि प्राप्त है। काश करो की माने तो महात्मा गांधी का आजादी में महत्वपूर्ण योगदान रहा था उनके अथक प्रयासों से भारत अंग्रेजों के चुंगल से आजादी प्राप्त हुई थी।

महात्मा गांधी की जीवनी –

महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी है इनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। इनके पिता का नाम करमचंद गांधी और उनकी माता का नाम पुतलीबाई था। इनका संबंध पंसारी जाति से था। तत्कालीन समय में इनके पिताजी पोरबंदर के दीवान यानी प्रधानमंत्री थे। 13 वर्ष की आयु में उनकी शादी कस्तूरबा से हो गयी। उसे समय कस्तूरबा 14 साल की थी। वही सन 1887 में इन्होंने मैट्रिक पास की। इसके अगले वर्ष यानी 1888 में भावनगर के श्याम दास कॉलेज में एडमिशन लिया। यही से डिग्री प्राप्त की। उसके बाद वो लंदन चले गए, वहा से उन्होंने बैरिस्टर की पढाई पूरी की। सन् 1916 दक्षिण अफ्रीका से गांधी जी भारत लौटे थे। उसके पश्चात इन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में बढ़ चढ़ कर के हिस्सा लिया। बाल गंगाधर तिलक की मृत्यु के बाद गांधी जी कांग्रेस के मार्गदर्शन बने। भारत को अंग्रेजों से छुटकारा दिलाने के लिए उन्होंने सविनय अवज्ञा आंदोलन भारत छोड़ो आंदोलन और असयोग आंदोलन किया। असहयोग आंदोलन के दौरान हुआ छोरा – छोरी कांड के कारण असहयोग आंदोलन वापस ले लिया और उन्होंने कहा कि हम आंदोलन में हिस्सा का प्रयोग नहीं करेंगे। इसलिए हम असहयोग आंदोलन वापस ले रहे हैं। उसके बाद गांधी ने 12 मार्च 1930 को गुजरात के अहमदाबाद नगर से दांडी यात्रा की शुरुआत की थी। उसके बाद गांधी जी ने सन 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया था इस आंदोलन में बच्चे , बूढ़े और जवान सभी सामिल हुए। इसी आंदोलन के सफलता के कारण ही भारत को आजादी की नींव रखी गयी। इसके 5 साल पश्चात सन 1947 को भारत ने आजाद हुआ था और इसी साल ही गांधी जी की हत्या कर दी गयी।

क्या है इसका महत्व –

महात्मा गांधी के समान एवं स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए 2 अक्टूबर को राष्ट्रीय अवकाश के तौर पर मनाया जाता है। सन 2007 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने महात्मा गांधी के विचारों को सम्मान देने के लिए 2 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय हिंसा दिवस के नाम से नामित किया। इस दिन हिस्सा के महत्व, शांति, एकता, सद्भावना को बढ़ावा देने के लिए इसकी भूमिका में जागरूकता बढ़ाई जाती है।

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