News Udgam

असेसमेंट टेस्ट का रिजल्ट सार्वजनिक ना करे : कोटा में स्टूडेंट सुसाइड केस को रोकने के लिए क्या है गाइड लाइन

कोटा में कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड रोकने के लिए राज्य सरकार ने गाइड लाइन जारी की है। इस गाइडलाइन के अनुसार कोचिंग में होने वाले रुटिन टेस्ट का रिजल्ट ओपन नही करे, यानी रिजल्ट को गोपनीय रखना होगा। अब टॉपर्स का भी खुलासा नहीं कर पाएंगे, और इस गाइडलाइन में सुसाइड 6 कारण भी बताये।

दरसल कोटा के कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले स्टूडेंट के सुसाइड के बढ़ते केस के कारण 18 अगस्त को सीएम अशोक गहलोत ने कोचिंग संस्थानों के साथ एक बैठक ली थी। 24 अगस्त को फिर एक कमेटी बनाई। फिर उसके बाद उस उसे कमेटी ने 19 सितंबर को अपने-अपने स्तर पर अलग-अलग पॉइंट पर रिपोर्ट बनाई।

इस गाइडलाइन में एडमिशन नियम, कॉउंसलिंग और टेस्ट को लेकर के नियम निर्धारित किये।

  1. एग्जाम में कंपटीशन सिलेबस और टेस्ट पेपर का लेवल हाई होना।
  2. पेरेंट्स का बच्चो की योग्यता से पढ़ाई में जायदा बोझ डालना
  3. बच्चों का घर से दूर रहना और उनकी शिकायत का समय पर समाधान ना हो पाना।
  4. ज्यादा एसेसमेंट टेस्ट और उसे टेस्ट का रिजल्ट सार्वजनिक करना, रिजल्ट के आधार पर batch को बाटना।
  5. कोचिंग सेंटर के ज्यादा बिजी शेड्यूल और ज्यादा सिल्बस्।
  6. पढ़ाई के साथ-साथ दूसरी एक्टिविटी का अभाव।

गाइडलाइन के अनुसार कक्षा नवमी से पहले छात्रों को कोचिंग संस्थान में एडमिशन लेने के लिए प्रोत्सहान ना करें। हर समाज में अगर कोई वर्तमान में 9 कक्षा से पूर्व के स्टूडेंट कोचिंग संस्थान छोड़ कर जाना चाहये उनको फीस वापस लौटा ने की भी अनुमति दी जाये। कोचिंग संस्थान स्टूडेंट को एडमिशन स्कैनिंग टेस्ट करने के बाद दे और पेरेंट्स को भी काउंसलिंग दे। स्टूडेंट ऑफ़ पेरेंट्स को पिछले साल हुए एडमिशन में कितने विद्यार्थी सफल हुए इसकी जानकारी भी देनी चाहिए। कोचिंग संस्थान स्टूडेंट के एनालेसिय टेस्ट का रिजल्ट सार्वजनिक ना करे और जिन स्टूडेंट के टेस्ट में नंबर कम आ रहे है उनको अलग से analysis कर काउंसलिंग देनी चाइये। टेस्ट के आधार पर बच्चो को बाटने की पाबंदी लगा दी।

अन्य खबरें