जोधपुर मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर से रैंगिंग की घटना आयी सामने। आगे पहले ही छात्रा की साथ हुई रैंगिंग के मामले की सुनवाई चल रही थी। उसी टाइम दूसरी घटना सामने आ गयी है।
यह घटना कॉलेज के 3 नंबर गेट पर घटितr हुई है जिसमे सीनियर जूनियर को कह रहे थे कि तुझे समझाया गया था .. समझ नही आयी क्या… जींस पहन के कैसे आ गया? कहा था ना कि पतलून और कमीज पहन के आना है कॉलेज में।
जूनियर सिर झुकाए खड़े है उनके इज्जत और आत्मसम्मान की की धजिया उड़ा कर रैगिंग ली जा रही है. विडंबना इस बात की है कि उसी समय कॉलेज के अंदर पिछली रैगिंग घटना पर कमेटी सुनवाई कर रही थी.
मेडिकल कॉलेज में रैगिंग की घटनाओं की शिकायत मिलती रहती है प्रशासन हस्थशेप कर अधिकांश मामलों को सुलटा देती हैं. कुछ मामले ही सामने आते हैं.
गुरुवार को कॉलेज के 3 नंबर गेट पर सीनियर जूनियर को कह रहे थे कि तुझे समझाया गया था .. समझ नही आयी क्या… जींस पहन के कैसे आ गया? कहा था ना कि पतलून और कमीज पहन के आना है कॉलेज में। ऊपर से कॉलेज के सीनियर का कहना है कि हमने भी पिछली साल सीनियर का कहना माना था तो अभी आपको भी मानना पड़ेगा| इस मामले की जानकारी कॉलेज प्रशासन को दी,तो उन्होंने कहा कि इसके ऊपर कठोर कार्रवाई की आएगी।
इस घटना से दो दिन पहले ही कॉलेज में एंटी रैगिंग कमेटी का गठन हुआ था। कमेटी और कॉलेज की फेक्ल्टी पिछले घटना की छात्रा से ब्यान ले रही थी। वहा उन्होंने सीनियर को गुमते देखा तो कमेटी ने उनका फोटो लेने की कोशिश की पर वो वहाँ से इधर उधर भाग निकले।
पुरानी घटना मे ना पुलिस और ना प्रशासन –
2022 के बैच की छात्रा ने 2021 बैच की 6 छात्राओं पर हॉस्टल में रैंगिंग का आरोप लगाया। एंटी रैगिंग कमेटी ने गुरुवार को पीड़िता और आरोपी छात्रों के परिजनों को बुलाया। दोनों के परिजन भी आये। आरोपी छात्रों ने रैंगिंग accept की और पीड़ित की परिजनों से माफी मांगी। इतनी बड़ी घटना में नहीं कोई प्रशासन आई और ना ही कोई पुलिस।