एशियन गेम्स 2023 मैं भारत ने पहला गोल्ड मेडल शूटिंग से अपने नाम कर लिया है। चीन के होंगझोउ में शूटिंग के 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में दिव्यांशु सिंह ,ऐश्वर्या प्रताप सिंह और रुद्राक्ष पाटिल नें 1893.7 स्कोर कर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है।
गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम के दिव्यांशु सिंह जयपुर के रहने वाले हैं।
दिव्यांशु के पिताजी अशोक पंवार जयपुर के सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज में वरिष्ठ नर्सिंग स्टाफ के तोर पर कार्य करते हैं। और माता निर्मला देवी भी नर्स है।
दिव्यांशु के हितासो को हमारे नाम बताया कि कुछ साल पहले दिव्यांशु को एक ऑनलाइन गेम पब्जी खेलने की बहुत ज्यादा ही लत लग गए थी। तो उसको लत छुड़ाने के लिए उसको बड़ी बहन मानवी के साथ जगतपुरा शूटिंग रेंज भेजना शुरू किया और उसे राइफल दिलाई।
गोल्ड मेडल जीतने के बाद दिव्यांशु ने बताया कि जैसे ही हमें पता चला कि हम अपने देश के लिए एक गोल्ड मेडल जीत चुके हैं तो समये हमे खुशी का ठिकाना नहीं था। और राष्ट्रगान बजते समय जो एहसास हुआ है वो बताया नहीं जा सकता। कल हम मिक्स में खेलेंगे और हम कोशिश करेंगे कि एक और गोल्ड मेडल लेकर आए हमारे देश के लिए।
दिव्यांशु कि शुरुआती ट्रेनिंग जयपुर में हुई। उसके बाद उंन्हे दिल्ली के कर्ण सिंह शूटिंग रेंज में कोच दीपक कुमार दुबे के पास ट्रेनिंग के लिए भेज दिया गया । इन्होंने जूनियर वर्ल्ड कप में 2 गोल्ड मेडल और तीन मेडल जीते। उसके अलावा वर्ल्ड कप में भी 3 मेडल जीता।
दिव्यांशु के पिता ने बताया कि वह प्रैक्टिस के दौरान कभी-कभी दुखी हो जाते थे। यह बात उनके कोच दीपक कुमार ने नोटिस की और उन्होंने उनको गीता पढ़ने की और साथ रखने की सलाह दी। उनके उसके बाद से ही गीता को दिव्यांशु हमेशा साथ रखता है। प्रैक्टिस और शूटिंग के दौरान जब भी उन्हें समय मिलता है तो वह गीता जरूर पढ़ते हैं।