देश का दूसरा और प्रदेश का पहला H आकर का ओवरब्रिज बन करके तैयार हो गया है। जिसका कल यानी 25 सितंबर को अशोक गहलोत लोकार्पण करेंगे। यह ओवरब्रिज जोधपुर के RTO फाटक पे बना हुआ है। जिसको बनने में करीब 5 साल का समय लगा।
ओवरब्रिज पर यातायात सिस्टम –
RTO से आने वाले वाहन सर्विस लाइन से 80 फीट की फ्लाई रोड पे चढ़कर रेलवे क्रॉसिंग को पार करेंगे। वहा सर्कल से कालवी पीऊ और जयपुर की और जायेंगे।
जयपुर से आने वाले वाहन RBO के उपर बने रोटरी से राइट साइड टर्न करके रेलवे ट्रैक को पार करके लेफ़्ट साइड टर्न लेकर RTO की और जाते है।
जोधपुर से आने वाले वाहन लेफ़्ट टर्न लेके रेलवे ट्रैक को पार करके 80 फीट रोड़ से RTO की और जायेंगे। जोधपुर से जयपुर हाई वे को सीधा जोड़ेगी।
लंबाई और कीमत –
जोधपुर जयपुर मार्ग के RTO फाटक पर स्थित ओवरब्रिज 1370 मीटर लंबा है । जिसकी लागत 82.32 cr की लागत से बना है। इसमें कुल 37 पिलर बने हुए हैं।
नामकरण को लेके विवाद –
इस ओवरब्रिज के नामकरण को लेकर के अभी भी कई सवाल खड़े हो रहे है। जेडीए के पूर्व अध्यक्ष महेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि इस ओवर का पूर्व नाम भैरु सिंह शेखावत के नाम पर रखा गया था। लेकिन सरकार अब इस ब्रिज को RTO ब्रिज या H आकर ब्रिज के नाम से पुकार रही है। इसको लेकर के पूरे समाज और क्षेत्र में विवाद हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा हैं कि अगर सरकार इस त्रुटि को नहीं सुधरता है तो हम आंदोलन करेंगे।